आर्थिक उदारीकरण और वैश्वीकरण Textbook Questions and Answers
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए:
प्रश्न 1.
उदारीकरण का अर्थ देकर उसके लाभ बताइए ।
उत्तर:
उदारीकरण का अर्थ : सरकार की औद्योगिक नीति द्वारा निजी क्षेत्र पर के अंकुश और नियंत्रण क्रमशः कमी करे और प्रोत्साहित करे (विकास को) उसे उदारीकरण की नीति के रूप में पहचाना जाता है ।
उदारीकरण के लाभ:
- उदारीकरण के परिणामस्वरूप निजी क्षेत्र को मुक्त विकास के अवसर प्राप्त हुए जिसके परिणामस्वरूप उत्पादन में वृद्धि हुई ।
- उदारीकरण की नीति स्वीकार करने से विदेशी व्यापार को बल मिलना मिला जिससे विदेशी व्यापार में वृद्धि हई ।
- विदेशी व्यापार में वृद्धि होने से विदेशी हुंडियामण के आरक्षण में वृद्धि हुई ।
- उदारीकरण के परिणामस्वरूप देश में आंतरिक ढाँचागत सुविधाएँ बढ़ी ।
- उद्योग, उत्पादन और रोजगार व आय में वृद्धि हुई ।
प्रश्न 2.
निजीकरण के लाभ और हानियाँ बताइए ।
उत्तर:
निजीकरण के कारण भारत को निम्न लाभ और हानियाँ हुई है :
लाभ :
- निजीकरण के कारण देश में उद्योग क्षेत्र में उत्पादकीय इकाईयों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी ।
- निजीकरण के कारण पूँजीगत और उपभोगता वस्तुओं के उत्पादन में वृद्धि हुई ।
- सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईयों का निजीकरण होने सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईयों की कार्यक्षमता बढ़ी ।
हानियाँ :
- निजीकरण के कारण आर्थिक सत्ता का केन्द्रीकरण हुआ है जिससे एकाधिकार को वेग मिला ।
- निजीकरण के कारण छोटे गृहउद्योगों का विकास उचित ढंग से नहीं हो सका ।
- मात्र बड़े उद्योगों को ही प्रोत्साहन और विकास प्राप्त हुआ ।
- निजीकरण के कारण भावें (मूल्यों) पर अंकुश नहीं रहा, जिससे मूल्य वृद्धि की समस्या उत्पन्न हुई ।
- सरकारी ऋण में वृद्धि हुई ।
प्रश्न 3.
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए उपाय बताइए ।
उत्तर:
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए स्वीडन के स्टोकहोम में 1972 में प्रथम पृथ्वी शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ था । इसे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अनेक उपाय करना निश्चित किया गया था । भारत में भी वैश्विक प्रयासों में शामिल है । राष्ट्रीय पर्यावरण जागृति के लिए सरकार विविध प्रयास कर रही है । जैसे :
- देश के विविध शहरों के प्रदूषण की जानकारी प्रगट होती है ।
- प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने के लिए केन्द्र तथा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की स्थापना की गयी है ।
- विश्वभर में 5 जून को ‘पर्यावरण दिवस’ के रूप में घोषित किया गया है ।
- सन् 1981 में भारत सरकार ने वायु प्रदूषण नियंत्रण धारा पास की ।
- औजोन के स्तर में छेद, परमाणु कचरा निकाल और जैविक विविधता की हिफाजत के लिए वैश्विक स्वीकृति हुई ।
प्रश्न 4.
स्थायी (संपोषित) विकास की व्यूहरचना समझाइए ।
उत्तर:
स्थायी विकास – ‘भावि पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरी करने की क्षमता को नुकसान पहुँचाए बिना वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकता संतुष्ट करना । इस प्रकार स्थायी विकास में पर्यावरणीय संसाधनों की स्थायी सुरक्षा पर बल दिया है ।
- मानव सृष्टि के आसपास प्राकृतिक और मानवसर्जित आवरण अर्थात् पर्यावरण पर पड़े गंभीर प्रभावों के कारण स्थाई विकास का विचार विकसित हुआ है और जो तीव्रता से विकास साध रहा है उसके भविष्य में स्थायी विकास नहीं है ।
- वर्तमान पीढ़ी जो सुविधाएँ भोग रही है वे सुविधाएँ शायद भावि पीढ़ी को प्राप्त हो ऐसा नहीं, इस प्रकार का भय उत्पन्न हो रहा है ।
- आर्थिक विकास के कारण प्राकृतिक संसाधनों का अनुपात घटता है । ऐसी परिस्थिति में विकास के विचार में परिवर्तनं अनिवार्य आज विकास और उसके कारण पर्यावरण पर पड़ते प्रभाव का अध्ययन स्थायी विकास के विचार के तहत किया जा रहा है ।
- इस प्रकार स्थायी विकास पर्यावरण के विरुद्ध नहीं बल्कि पर्यावरण के साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार द्वारा किया गया विकास है ।
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए:
प्रश्न 1.
वैश्विकरण के लाभ बताइए ।
उत्तर:
वैश्विकरण के कारण भारत को निम्नलिखित लाभ हुए है :
- वैश्विकरण के कारण देश में विदेशी पूँजी निवेश को प्रोत्साहन मिला है ।
- वैश्विकरण के कारण विकसित देशों में उत्पन्न हुई वस्तुओं को सरलता से हम प्राप्त करने लगे है ।
- वैश्विकरण के परिणामस्वरूप भारत जैसे विकासशील देश अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में टिके रहने की शक्ति प्राप्त हुई है ।
- हमारे देश को विदेशी तकनिकी का लाभ मिलने से उत्पादन बढ़ा है ।
प्रश्न 2.
विश्व व्यापार संगठन के उद्देश्य बताइए ।
उत्तर:
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1 जनवरी, 1995 के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की संस्था विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना की गयी । इसका मुख्यालय जिनेवा में है । इसके उद्देश्य निम्नानुसार है :
उद्देश्य :
- विश्व के देशों के बीच व्यापार के अवरोध दूर करना ।
- विदेशी व्यापार में उद्योग संरक्षण की नीति को दूर करना ।
- वैश्विक व्यापार नीति और आर्थिक नीति के साथ संकलन साधना ।
- विश्व व्यापार में उद्भवित व्यापार के झगड़ों का निवारण करना ।
प्रश्न 3.
निजीकरण के मार्ग बताइए ।
उत्तर:
निजीकरण : निजीकरण अर्थात् ऐसी प्रक्रिया जिसमें राज्य के स्वामित्व के औद्योगिक विकास की मालिकी अर्थात् उसका संरचना निजी क्षेत्रों में सौंपा जाता है । निजीकरण के दो मार्ग है :
- पहले जो क्षेत्र सार्वजनिक आरक्षित रखें हो वे क्षेत्र निजी विभाग के लिए खुले रखे गये है ।
- राज्य के स्वामित्व की कंपनियों की मालिकी राज्य अपने पास रखे और संचालन निजी कंपनी को सोंपा है । अंथवा संचालन राज्य ने अपने पास रखा और मालिकी निजी कंपनी को सोंपी है ।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:
प्रश्न 1.
वैश्विकरण की संकल्पना समझाइए ।
उत्तर:
वैश्विकरण अर्थात् देश के अर्थतंत्र को विश्व के अर्थतंत्र के साथ जोड़ने की प्रक्रिया, जिसके परिणामस्वरूप वस्तुओं, सेवाओं, टेक्नोलॉजी और श्रम का प्रवाह विश्व में सरलता से प्राप्त हो ।
प्रश्न 2.
भारत में आर्थिक सुधार कब से लागु हुए ?
उत्तर:
भारत सरकार ने जुलाई, 1991 में नई आर्थिक नीति अमल में रखी तब से भारत में आर्थिक सुधार लागु हुए ।
प्रश्न 3.
विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कब हुई ?
उत्तर:
1 जनवरी, 1995 के दिन विश्व व्यापार संगठन की स्थापना हुई ।
प्रश्न 4.
स्थायी विकास की संकल्पना समझाइए ।
उत्तर:
स्थायी विकास अर्थात् ‘भावि पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरी करने की क्षमता को नुकसान पहुँचाएँ बिना वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताएँ संतुष्ट करना ।इस प्रकार स्थायी विकास में पर्यावरणीय संसाधनों के स्थायित्व पर बल दिया गया है ।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:
प्रश्न 1.
विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहाँ पर है ?
(A) स्टोकहॉम
(B) जीनिवा
(C) लंडन
(D) कोलकाता
उत्तर:
(B) जीनिवा
प्रश्न 2.
पर्यावरण ‘जागृति और पृथ्वी परिषद’ किस वर्ष आयोजित की गयी ?
(A) 1972
(B) 1951
(C) 1952
(D) 2014
उत्तर:
(A) 1972
प्रश्न 3.
विश्व में ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ किस दिन मनाया जाता है ? ।
(A) 8 मार्च
(B) 11 जून
(C) 5 जून
(D) 12
उत्तर:
(C) 5 जून
प्रश्न 4.
मार्च देश के अर्थतंत्र को विश्व अर्थतंत्र से जोड़ने की प्रक्रिया अर्थात् –
(A) निजीकरण
(B) वैश्विकरण
(C) उदारीकरण
(D) एक भी नहीं
उत्तर:
(C) उदारीकरण
